कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर में जब भारत में डेढ़ लाख से ज़्यादा लोग जान से हाथ गंवा बैठे हैं, लोगों ने अपनों को बिना दवाइयों, बिना ऑक्सीजन, बिना बेड्स के मरते-तड़पते देखा है, तो ऐसे में सवाल सहज रूप से सरकार से ही पूछे जाएंगे कि वह आख़िर कर क्या रही थी। जबकि भारत में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर वैज्ञानिक से लेकर विपक्षी नेता मोदी सरकार को चेता रहे थे लेकिन मोदी सरकार का पूरा ध्यान पश्चिम बंगाल का चुनाव जीतने पर था।
कोरोना महामारी में फ़ेल रहे मोदी का सोशल मीडिया पर गुणगान क्यों?
- सोशल मीडिया
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- 21 May, 2021

सरकार को दोषी ठहराने के बजाय सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महिमामंडन किया जा रहा है, इसके लिए ऐसे-ऐसे तर्क दिए जा रहे हैं कि ग़रीब, अशिक्षित और कई बार शिक्षित जनता भी मान बैठती है कि हां, ये बात सही ही है।
इसका जबरदस्त खामियाजा उन हज़ारों लोगों ने भुगता जिनकी क़ीमती जान को बचाया जा सकता था। आज जब गंगा किनारे पड़े शवों को कुत्ते नोच रहे हैं, हिंदू धर्म के लोगों को अंतिम संस्कार तक नसीब नहीं हो सका, ऐसे में सरकार को दोषी ठहराने के बजाय सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महिमामंडन किया जा रहा है, इसके लिए ऐसे-ऐसे तर्क दिए जा रहे हैं कि ग़रीब, अशिक्षित और कई बार शिक्षित जनता भी मान बैठती है कि हां, ये बात सही ही है।