कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर में जब भारत में डेढ़ लाख से ज़्यादा लोग जान से हाथ गंवा बैठे हैं, लोगों ने अपनों को बिना दवाइयों, बिना ऑक्सीजन, बिना बेड्स के मरते-तड़पते देखा है, तो ऐसे में सवाल सहज रूप से सरकार से ही पूछे जाएंगे कि वह आख़िर कर क्या रही थी। जबकि भारत में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर वैज्ञानिक से लेकर विपक्षी नेता मोदी सरकार को चेता रहे थे लेकिन मोदी सरकार का पूरा ध्यान पश्चिम बंगाल का चुनाव जीतने पर था।