अयोध्या की धर्मसभा से मनमाफ़िक नतीजे न मिलने के बाद भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद ने आस नहीं छोड़ी है। संघ जहाँ राम मंदिर के मुद्दे को लेकर गाँव-गाँव जाने की तैयारी में है, वहीं धर्मसभा के आयोजन में नेपथ्य में रहकर बड़ी भूमिका निभाने वाली बीजेपी भी अब खुलकर बैटिंग करेगी। सोमवार (3 दिसंबर) को मुंबई और 9 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली धर्मसभाओं के इतर अब उत्तर प्रदेश में कम से कम लोकसभा चुनावों का बिगुल बजने तक स्थानीय स्तर पर इस तरह के आयोजनों की झड़ी लगेगी।
धर्मसभाओं के ज़रिए बीजेपी का खुल्ला खेल अयोध्यावादी
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- 5 Dec, 2018
लोकसभा चुनावों तक विहिप उत्तर प्रदेश के सभी 80 संसदीय क्षेत्रों में धर्मसभाओं का आयोजन करेगी और बीजेपी खुलकर राम मंदिर निर्माण के लिए आगे आएगी।
