सस्पेंस ख़त्म हो गया है। आख़िरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकॉक में एलान कर दिया कि भारत आरसीईपी के समझौते पर दस्तख़त नहीं करेगा। यानी दुनिया के सबसे बड़े आर्थिक सहयोग समूह में भारत शामिल नहीं होगा। कांग्रेस पार्टी भी अब तक खम ठोक रही थी कि सरकार इस समझौते पर दस्तख़त न करे। तमाम किसान, व्यापारी और मज़दूर संगठन भी इस समझौते का विरोध कर रहे थे। आरएसएस का स्वदेशी जागरण मंच भी एकदम यही बात कह रहा था।