भारतीय जनता पार्टी ने कई बार यह बात साबित किया है कि वह चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है। इस सिलसिले में धार्मिक और सांप्रदायिक विभाजनकारी मुद्दे तो उठाती ही रहती है। इन्हीं मुद्दों के सहारे उसने केंद्र सहित कई राज्यों में सत्ता हासिल की है और उसी सत्ता को बरकरार रखने यानी आगामी लोकसभा चुनाव जीतने के लिए वह भाषाई विवाद पैदा करने, क्षेत्रीय अस्मिताओं का अपमान करने और राष्ट्रीय एकता को संकट में डालने जैसे मुद्दे उठाने से भी बाज नहीं आ रही है। हाल ही में तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि की ओर से छेड़ा गया तमिलनाडु के नाम को लेकर उठाया गया सवाल भी भाजपा की इसी राजनीति का हिस्सा है।
दक्षिण में आग से क्यों खेल रही है भाजपा?
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
उत्तर भारत में भाजपा की आक्रामक रणनीति से तमाम राजनीतिक दल सहमे रहते हैं और वे अक्सर भाजपा की पिच पर भी खेलने लगते हैं लेकिन उसके बरक्स दक्षिण भारत में भाजपाई राजनीति की दल नहीं गलती। तमिलनाडु उसका ताजा उदाहरण है। क्या है इसकी वजहः
