उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत पर शिवसेना नेता संजय राउत ने तंज कसे हैं। उन्होंने तंज में कहा है कि बीजेपी की जीत में योगदान के लिए बसपा प्रमुख मायावती और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को पद्म विभूषण या भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।
राउत का यह तंज इसलिए आया है कि बीएसपी ने उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से केवल एक पर जीत हासिल की है। ओवैसी की पार्टी ने एक भी सीट नहीं जीती है। चुनाव से पहले विश्लेषक कह रहे थे के ये दोनों पार्टियों के वोट काटने से बीजेपी को फायदा होगा। बीजेपी ने कुल 273 सीटें जीती हैं और समाजवादी पार्टी ने 111 सीटें जीती हैं।
इस परिणाम पर शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्होंने कहा, 'बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की। यूपी उनका राज्य था, फिर भी अखिलेश यादव की सीटें तीन गुना बढ़ गई हैं, 42 से 125 से अधिक हो गई हैं। मायावती और ओवैसी ने बीजेपी की जीत में योगदान दिया है, इसलिए उन्हें पद्म विभूषण, भारत रत्न दिया जाना चाहिए।'
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में बीजेपी की जीत पर संजय राउत ने कहा कि बीजेपी ने 4 राज्यों में जीत हासिल की है, हमें परेशान होने की कोई बात नहीं है, हम आपकी खुशी का हिस्सा हैं। हालाँकि इसके साथ ही उन्होंने पूछा कि उत्तराखंड के सीएम क्यों हारे, गोवा में दो डिप्टी सीएम हारे? उन्होंने पंजाब में बीजेपी के ख़राब प्रदर्शन का ज़िक्र भी किया। शिवसेना नेता ने कहा कि पंजाब में बीजेपी को पूरी तरह खारिज कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, 'सबसे अधिक चिंता का मुद्दा पंजाब है; बीजेपी जैसी राष्ट्रवादी पार्टी को पंजाब में पूरी तरह खारिज कर दिया गया है। पीएम, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, सभी ने पंजाब में जबरदस्त प्रचार किया, फिर आप पंजाब में क्यों हारे? यूपी, उत्तराखंड, गोवा पहले से आपका था, जो ठीक है। लेकिन, आपने यूपी में कांग्रेस और शिवसेना की तुलना में पंजाब में अधिक खोया है।'
विपक्ष में कई लोगों ने यूपी में बसपा और एआईएमआईएम पर भाजपा की 'बी' टीम होने का आरोप लगाया है जो बीजेपी विरोधी वोटों को विभाजित करने के लिए चुनाव लड़ती है। दोनों दलों ने बार-बार इस तरह के आरोपों से इनकार किया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज ही प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर इसको लेकर बयान जारी किया है। मायावती ने कहा कि इस चुनाव में बीएसपी को बीजेपी की टीम बी कहकर दुष्प्रचारित किया गया और इसका उसे खामियाजा भुगतना पड़ा।
मायावती ने आरोप लगाया कि बसपा के ख़िलाफ़ नकारात्मक अभियान ने जनता को गुमराह किया।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, 'नकारात्मक अभियान गुमराह करने में सफल रहे कि बसपा बीजेपी की बी-टीम है जबकि सच्चाई इसके ठीक विपरीत है। बीजेपी बनाम बसपा का युद्ध न केवल राजनीतिक था, बल्कि वैचारिक और चुनावी भी था।'
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