कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने भी फॉर्म खरीदा है। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे या नहीं। दूसरी ओर पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर 30 सितंबर को नामांकन दाखिल करेंगे।
शशि थरूर ने हाल ही में कहा था कि देश के कई हिस्सों से बड़ी संख्या में लोगों ने उनसे अनुरोध किया है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष की चुनावी लड़ाई में बने रहें और देश भर के कार्यकर्ता उनके साथ हैं। थरूर कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिले थे और चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। मुलाकात के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने थरूर से कहा था कि वह इस चुनाव में पूरी तरह तटस्थ रहेंगी।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में 9,100 डेलीगेट्स हैं और कांग्रेस का कोई भी नेता जिसके पास 10 डेलीगेट्स का समर्थन हो, वह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकता है। पंजाब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक भी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने की चर्चाओं को खारिज कर दिया है और कहा है कि वह मध्य प्रदेश में ही काम करना चाहते हैं।
कौन होगा गांधी परिवार का उम्मीदवार?
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव से पहले पार्टी को अपने वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत की ओर से बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी चाहते थे कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही पार्टी की कमान संभालें लेकिन रविवार को राजधानी जयपुर में हुए सियासी घटनाक्रम के बाद अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की दौड़ से पूरी तरह बाहर हो चुके हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इस बेहद अहम चुनाव में गांधी परिवार के द्वारा समर्थित उम्मीदवार कौन होगा।
गहलोत से नाराज है नेतृत्व
खबरों के मुताबिक, पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व राजस्थान में हुए सियासी घटनाक्रम के बाद अशोक गहलोत से बेहद नाराज है और अब उसे कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में अपने भरोसेमंद उम्मीदवार को जिताने के साथ ही राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई की गुत्थी को भी सुलझाना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में नामांकन 30 सितंबर तक भरे जा सकेंगे। 8 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। एक से ज्यादा उम्मीदवार होने की सूरत में 17 अक्टूबर को मत डाले जाएंगे। 19 अक्टूबर को मतों की गिनती होगी और उसी दिन चुनाव नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।
कांग्रेस इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है। 3570 किलोमीटर लंबी यह यात्रा 5 महीने तक चलेगी। यह यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और इसे जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त होना है। लेकिन इस यात्रा के बीच गोवा में कांग्रेस के 8 विधायकों के द्वारा पार्टी छोड़ने और अब राजस्थान में हुए सियासी घटनाक्रम की वजह से पार्टी को खासी फजीहत का सामना करना पड़ा है।
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