किसान आंदोलन के नायक बनकर उभरे किसान नेता राकेश टिकैत इन दिनों मीडिया में छाए हुए हैं। वह बीजेपी और मोदी सरकार को चेताते हैं कि वह किसानों के आत्मसम्मान से न खेले और कृषि क़ानूनों के रद्द न होने तक आंदोलन जारी रखेंगे। लेकिन उनके बारे में यह जानकर आपको हैरानी होगी कि आज बीजेपी का विरोध कर रहे टिकैत कभी उसकी मदद कर चुके हैं। कहा जाता है कि टिकैत 2014 के लोकसभा चुनाव में और उसके बाद भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट वोट दिलाने में बीजेपी की मदद करते रहे हैं।
टिकैत ने कभी की थी बीजेपी की मदद, आज बने चुनौती!
- राजनीति
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- 5 Mar, 2021

अपने पिता महेंद्र सिंह टिकैत से विरासत में मिली किसानों की राजनीति को आगे बढ़ा रहे राकेश टिकैत ख़ुद चुनाव लड़कर बुरी तरह हार चुके हैं। लेकिन इस आंदोलन से वह एक मजबूत किसान नेता के रूप में उभरे हैं।
दिल्ली के बॉर्डर्स पर चल रहे आंदोलन को पहले पंजाब और हरियाणा का ही माना जा रहा था। ऐसा होना स्वाभाविक भी था क्योंकि सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर इन दोनों राज्यों के लोगों ने डेरा डाला था। लेकिन ग़ाज़ीपुर बॉर्डर को खाली कराने की योगी सरकार की कोशिश के बाद भावुक हुए राकेश टिकैत ने माहौल बदल दिया है।