वर्षों तक उत्तर प्रदेश में एकछत्र राज करने वाली कांग्रेस इन दिनों वेंटिलेटर पर है। उसे ऐसे डॉक्टर की ज़रूरत है जो न सिर्फ़ उसमें नई जान फूंके बल्कि उसे अकेले दम पर सियासत की ज़मीन पर दौड़ने लायक भी बना सके। लेकिन ऐसा कैसे होगा। उत्तर प्रदेश में ब्लॉक से लेकर शहर, जिला और प्रदेश कांग्रेस कमेटी में काम कर रहे कार्यकर्ताओं को पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा में वह डॉक्टर दिखाई देता है, जो इस चुनावी साल में कांग्रेस को ऑक्सीजन देकर उसे फिर से खड़ा कर सकता है और अगर हालात माकूल रहे तो दौड़ने लायक भी बना सकता है।
किसान महापंचायतों के जरिये तसवीर बदलेंगी प्रियंका?
- राजनीति
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- 5 Mar, 2021

यह बात तय है कि 2022 में प्रियंका ही उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगी। प्रियंका को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने से सुस्त और निस्तेज पड़ी कांग्रेस में जान आ सकती है।
उत्तर प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में यह उम्मीद किसानों के आंदोलन में प्रियंका गांधी के फ्रंटफ़ुट पर आने से जगी है। कांग्रेस इन दिनों पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान महापंचायतें कर रही है और प्रियंका ने हफ़्ते भर के अंदर दो महापंचायतों में हिस्सा लिया है।
सहारनपुर और बिजनौर में हुई इन महापंचायतों में कांग्रेस नेताओं ने ठीक-ठाक भीड़ जुटाई है और अगर किसान आंदोलन कुछ महीने और चला तो निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश के 2022 के विधानसभा चुनाव पर इसका सियासी असर होगा।