पैरोडी सिर्फ फिल्मी गीतों की नहीं अपितु कहावतों की भी बनाई जा सकती है। एक पुरानी कहावत है कि - मजबूरी का नाम महात्मा गांधी होता है । लेकिन जेएनयूं के प्रोफेसर डॉ पुरुषोत्तम अग्रवाल ने इसे बदल दिया । प्रमाणित किया कि 'मजबूरी का नाम महात्मा गांधी नहीं, बल्कि मजबूती का नाम महात्मा गांधी होता है’। इसी तरह हमारे सूबे मध्यप्रदेश में एक नया मुहावरा चल पड़ा है। इसके मुताबिक़ ‘मजबूरी का नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया है।’ अर्थात सिंधिया इस समय मध्यप्रदेश के सबसे मजबूर नेता हैं। सोने-चांदी की चम्मच मुंह में लिए पैदा हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को सियासत विरासत में मिली ।
मजबूरी का नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया!
- राजनीति
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- 3 Sep, 2023
क्या भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के सबसे मजबूर नेता बन गए है। क्योंकि उन्हें अपने कट्टर राजनीतिक शत्रुओं के सामने नतमस्तक होना पड़ रहा है। राकेश अचल मध्य प्रदेश की राजनीति के बारे में बता रहे हैंः
