प्रधानमंत्री कितनी चतुराई से अपने भाषणों में बदलाव करते हैं, उसका नमूना आज देखने को मिला। उनकी पहली रैली पठानकोट (पंजाब) में थी तो दूसरी रैली सीतापुर (उत्तर प्रदेश) में थी। उनके भाषणों से पता चलता है कि वे जगह और राज्य के हिसाब से भाषणों में बदलाव करते हैं। पठानकोट में पुलवामा, सर्जिकल स्ट्राइक की बातें थीं तो सीतापुर में वो गरीबी पर भाषण झाड़ रहे थे।