भाजपा लोकसभा स्पीकर पद पर अपना बंदा बैठाने के लिए हर तरह की रणनीति का इस्तेमाल कर रही है। उसने सहयोगी दलों की ओर से इस मुद्दे पर पूरी सहमति पा ली है। यही वजह है कि जेडीयू और टीडीपी ने अभी तक इस पर किसी तरह का संकेत नहीं दिया है। जेडीयू नेताओं के बयान भी बंद हैं। लेकिन विपक्ष जरूर सक्रिय है।