इंदौर लोकसभा सीट के लिए 29 अप्रैल को जब नाम वापसी का अंतिम दिन था तो यह सिर्फ़ कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ही नहीं थे जिनके नाम वापसी वालों की सूची में नाम थे। ऐसे उम्मीदवारों में से कम से कम तीन नाम तो ऐसे थे जिनपर कथित तौर पर नाम वापस लेने के लिए काफी दबाव था। आरोप है कि इसके लिए फोन पर बात करने के अलावा, इनके घर पर कई-कई बार लोगों को भेजा गया। इनमें से दो उम्मीदवारों ने तो आरोप लगाए हैं कि जब काफी दबाव के बाद भी उन्होंने नाम वापस नहीं लिए तो किसी ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर नाम वापस लेने वालों की सूची में डाल दिया।
इंदौर में 'फर्जी हस्ताक्षर' से उम्मीदवारों की नाम वापसी कराई गई?
- राजनीति
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- 12 May, 2024
इंदौर में लोकसभा चुनाव से आख़िर क्षण में कांग्रेस उम्मीदवार के नाम वापस लेने के बाद हंगामा मच गया, लेकिन क्या आपको पता है कि कई और उम्मीदवारों ने भी नाम वापस लिए थे? जानिए, उन्होंने किस तरह के दबाव व 'फर्जीवाड़े' के आरोप लगाए हैं।

कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के 29 अप्रैल को नाम वापस लेने के शोर में बाक़ी उम्मीदवारों की ख़बर उस तरह से सुर्खियाँ नहीं बन पाईं, लेकिन हकीक़त यह है कि उन्होंने तो अपना विरोध जताने के लिए विरोध-प्रदर्शन तक किया था। वे अभी भी इसके लिए लड़ रहे हैं। तो सवाल है कि आख़िर बाक़ी के लोगों के साथ क्या हुआ था और वे किस तरह की गड़बड़ी और दबाव का आरोप लगा रहे हैं?