इंदौर लोकसभा सीट के लिए 29 अप्रैल को जब नाम वापसी का अंतिम दिन था तो यह सिर्फ़ कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ही नहीं थे जिनके नाम वापसी वालों की सूची में नाम थे। ऐसे उम्मीदवारों में से कम से कम तीन नाम तो ऐसे थे जिनपर कथित तौर पर नाम वापस लेने के लिए काफी दबाव था। आरोप है कि इसके लिए फोन पर बात करने के अलावा, इनके घर पर कई-कई बार लोगों को भेजा गया। इनमें से दो उम्मीदवारों ने तो आरोप लगाए हैं कि जब काफी दबाव के बाद भी उन्होंने नाम वापस नहीं लिए तो किसी ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर नाम वापस लेने वालों की सूची में डाल दिया।