विनायक दामोदर सावरकर, संघ और भाजपा का वैचारिक पितामह तो वहीं कांग्रेस और सेक्युलर दलों के लिए एक अपराधी जो देश के सबसे बड़े महानायक गांधी की हत्या में शामिल था। अलग-अलग समय पर करीब पंद्रह साल तक सरकार चलाने के बाद भी भाजपा अभी तक अपने पितृ पुरुष को मुख्यधारा में शामिल नहीं करा पाई है। और सावरकर गाहे-बगाहे चर्चा में आ ही जाता है।
उद्धव और शिंदे के लिए कितने काम के सावरकर ?
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
राहुल की सावरकर पर की गई टिप्पणी पर पहला रियेक्शन आया महाराष्ट्र से जहां कांग्रेस-एनसीपी के साथ गठबंधन में रहकर सरकार चला चुके उद्धव ठाकरे का जिन्होंने राहुल को चेतावनी दी और कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से बुलाई गई डिनर पार्टी में जाने से भी मना कर दिया।
