इतिहास का एक कटु सत्य। क्यों आरएसएस सुभाष बोस को अपनाना चाहता है जबकि जब बोस ने आज़ाद हिंद फ़ौज बनाई थी एक भी आरएसएस का आदमी उनकी सेना में शामिल नहीं हुआ। उल्टे सावरकर ने अंग्रेजों का साथ दिया और उनकी सेना में शामिल होने के लिये कैंप लगाये । आशुतोष के साथ चर्चा में प्रो शमशुल इस्लाम ।
राहुल की सावरकर पर की गई टिप्पणी पर पहला रियेक्शन आया महाराष्ट्र से जहां कांग्रेस-एनसीपी के साथ गठबंधन में रहकर सरकार चला चुके उद्धव ठाकरे का जिन्होंने राहुल को चेतावनी दी और कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से बुलाई गई डिनर पार्टी में जाने से भी मना कर दिया।