उत्तराखंड की हरिद्वार पुलिस ने धर्म संसद में मुसलमानों के नरसंहार (Muslim Genocide) की धमकी देने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
इस केस में जितेन्द्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी समेत कई अन्य लोगों को नामजद किया गया है। वसीम रिजवी ने हाल ही में सनातन धर्म स्वीकार किया है।
यह धर्म संसद (Dhram Sansad) हरिद्वार में 17 से 19 दिसम्बर तक आयोजित की गई थी।
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इस धर्म संसद का वीडियो बुधवार को वायरल हुआ था और पूरे देश में इसकी निन्दा की गई थी। तमाम लोगों ने आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी।
इस धर्म संसद में विधायक और नेता भी थे। इस धर्म संसद में ऐसे बाबा लोग भी देखे गए, जिनके फोटो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सोशल मीडिया पर मौजूद हैं।
समझा जाता है कि हरिद्वार पुलिस ने यह एफआईआर केंद्र सरकार के निर्देश पर दर्ज किया है। इस नफरती घटना की विश्वव्यापी प्रतिक्रिया हुई है।
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विश्व भर के तमाम बुद्धिजीवियों ने इस संबंध में मोदी सरकार से तीखे सवाल पूछे हैं।
क्या मकसद था
इस धर्म संसद का मकसद यूपी समेत तमाम राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 को प्रभावित करना था।
इस समय तमाम तरह के बयान और कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं और उन्हें सीधे मुसलमानों से जोड़ दिया जाता है।
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