कांग्रेस पार्टी में क़रीब 20 साल बाद होने जा रहे अध्यक्ष पद के चुनाव में इस बार काफी गहमा-गहमी है। माना जा रहा है कि इस बार कई उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। हालाँकि पहले कहा जा रहा था कि इसमें दो नाम अशोक गहलोत और शशि थरूर का है। लेकिन पिछले दो दिनों में ऐसे घटनाक्रम चले हैं कि अब और अधिक नाम सामने आ गए हैं। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी का नाम तो है ही, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं।
कहा जा रहा है कि कमलनाथ पर विचार किया जा रहा है और वह चुनाव लड़ सकते हैं। इनके साथ ही दिग्विजय सिंह के नाम पर भी चर्चा चल रही है। उन्होंने एक दिन पहले एक टीवी डिबेट में ऐसा बयान दिया था जिससे एक अर्थ यह भी निकाला जाने लगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इशारों में साफ़-साफ़ कह दिया है कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे ही नहीं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को चुनाव लड़ाने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है। सिंह ने आगे कहा कि अगर उन्होंने चुनाव न लड़ने का मन बना लिया है तो मुश्किल है कि वह चुनाव लड़ें।
जयराम रमेश ने भी बुधवार को राहुल गांधी के चुनाव नहीं लड़ने का बयान दिया था। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि वह भारत जोड़ो यात्रा को बीच में छोड़ कर दिल्ली नहीं लौटेंगे।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोई भी कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकता है, चुनाव लड़ने से किसी को रोका नहीं जा सकता है और न ही किसी को जबरदस्ती चुनाव लड़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में पहले भी गांधी परिवार से बाहर के अध्यक्ष रहे हैं। सिंह ने चुनाव में उतरने के सवाल पर कहा कि सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है, आपको 30 सितंबर तक पता चल जाएगा।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अशोक गहलोत या शशि थरूर को नेतृत्व की भूमिका में पसंद करेंगे, तो दिग्विजय सिंह ने कहा: 'चलिए देखते हैं। मैं खुद को भी खारिज नहीं कर रहा हूं, आप मुझे बाहर क्यों रखना चाहते हैं?'
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