मोदी सरकार के बजट 2021 को लेकर विपक्षी दलों ने तीख़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार लोगों के हाथ में पैसा देना भूल गयी है और उसकी योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूंजीपति दोस्तों को सौंपने की है। 


कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने कहा है कि बजट पूरी तरह निराशाजनक है और इसमें वृद्धि और उपभोक्ता की मांग को बढ़ाने का कोई रोडमैप नहीं है। 

उन्होंने कहा, ‘वित्त मंत्री को हिम्मत दिखानी चाहिए थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इस वक़्त देश को एक मजबूत, मांग को बढ़ाने के लिए समाज के कमजोर वर्गों के बीच डायरेक्ट ट्रांसफ़र को बढ़ावा देने और रोज़गार को फिर से शुरू करने वाले बजट की ज़रूरत थी।’ हालांकि उन्होंने बजट में वन नेशन, वन राशन कार्ड और स्वास्थ्य के क्षेत्र में खर्च बढ़ाए जाने की तारीफ़ की। 

कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार की नीतियों के कारण सरकारी उधारी में लगातार बढ़त दर्ज की जा रही है और सरकार की नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है।