हाल ही में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता आनंद शर्मा ने बुधवार को कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि "नेहरू-गांधी परिवार अभिन्न बना रहे" क्योंकि देश की सबसे पुरानी पार्टी को सामूहिक सोच की जरूरत है। इस परिवार की कांग्रेस को जरूरत है।
आने वाले हफ्तों में कांग्रेस अपना नया अध्यक्ष चुनने वाली है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बारे में शर्मा ने कहा कि किसी ने भी उन्हें इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा था और यह उनका अपना निर्णय था। हमने 2018 में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में चुना, लेकिन उन्होंने इस्तीफा दे दिया, हमने उनसे इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा। यह महत्वपूर्ण है कि नेहरू-गांधी परिवार अभिन्न बना रहे। कांग्रेस को समावेशी और सामूहिक सोच और दृष्टिकोण की आवश्यकता है। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में आनंद शर्मा ने यह बात कही।
आनंद शर्मा के 21 अगस्त को पार्टी में पद छोड़ने के कदम से आंतरिक विद्रोह की बात उठी थी। आनंद शर्मा ने कांग्रेस पार्टी के लिए अपने समर्पण को दोहराया। उन्होंने कहा, कांग्रेस को गुटबाजी से बाहर निकलने और एकजुट रहने की जरूरत है। हम सभी कांग्रेसी हैं।
उन्होंने कहा कि अगर हम कुछ आंतरिक परिवर्तन लाते हैं, तो कांग्रेस का नवीनीकरण और पुनरुद्धार किया जाएगा। ए ग्रुप या बी ग्रुप होने से कांग्रेस पुनर्जीवित नहीं हो सकती, कांग्रेस को सामूहिक रूप से पुनर्जीवित करना होगा।
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जहां भी आवश्यक होगा मैं अपनी पार्टी के लिए प्रचार करूंगा। कांग्रेस के लिए "मजबूत रहने" का महत्वपूर्ण उद्देश्य होना चाहिए, पार्टी के भीतर गुटबाजी नहीं होना चाहिए।
-आनंद शर्मा, पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता बुधवार को
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ट्विटर पर कहा की कि पार्टी के अगले अध्यक्ष के चुनाव की तारीखों को तय करने के लिए पार्टी की कार्य समिति की एक वर्चुअल बैठक 28 अगस्त को तय की गई है।
इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कथित तौर पर पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 2024 तक अपने सुप्रीमो के रूप में बने रहने की सलाह दी है, अगर राहुल पद लेने से इनकार करते हैं।
सोनिया ने शीर्ष पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम का संकेत देते हुए कहा है कि अगर गांधी परिवार से किसी को कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनाया जाता है, तो उन्हें कार्यभार संभालना चाहिए।
गहलोत के अलावा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सहित अन्य नाम पार्टी चर्चा में आए हैं। इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता पद से जयवीर शेरगिल ने इस्तीफा दे दिया है।
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