कांग्रेस इस बार सिर्फ़ 328 लोकसभा सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है। इतनी कम संख्या में सीटों पर इससे पहले इसने कभी चुनाव नहीं लड़ा था। हालाँकि, इसने 330 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन सूरत और इंदौर सीट पर आख़िरी क्षण में इसके उम्मीदवारों के पाला बदलने व चुनाव से हटने से दो सीटें कम हो गईं। तो सवाल है कि आख़िर इस बार इसकी क्या मजबूरी हो गई कि वह पहली बार 400 से कम सीटों पर चुनाव लड़ रही है?