ओबीसी के बाद अब बीजेपी के ब्राह्मण विधायक भी पार्टी से किनाराकशी में जुटे। लखीमपुर खीरी जिले के बीजेपी विधायक बाला प्रसाद अवस्थी ने अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव में आस्था जता दी है।
अपने बयान में बाला अवस्थी ने कहा कि पूरे प्रदेश में ब्राह्मण असहज है और अखिलेश की ओर उम्मीदों से देख रहा है। किसानों के अत्याचार का मुद्दा मैंने पार्टी के अंदर उठाया लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई।
बीजेपी विधायक ने कहा कि यूपी में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। दलितों और पिछड़ों के साथ नाइंसाफी हो रही है। सामाजिक न्याय के नाम पर बीजेपी ने उन्हें ठगने का काम किया है। विधायक ने कहा कि किसी भी समुदाय को ले लीजिए, कोई भी बीजेपी की नीतियों से खुश नहीं है। यही वजह से अखिलेश यादव अब आशा के केंद्र बन गए हैं।
बाला प्रसाद अवस्थी का प्रोफाइल
मूल रूप से किसान बाला अवस्थी ने मुखर छात्र राजनीति से शुरुआत की थी। बाला पिछले चार बार यानी बीस वर्षों से लखीमपुर खीरी जिले की धरौहरा विधानसभा सीट से वो लगातार विधायक चुने जा रहे हैं। सपा के पूर्व विधायक मनोज पांडे उन्हें अपने साथ लखनऊ में सपा दफ्तर में ज्वाइन कराने लाए। इससे पहले ब्राह्मणों के साथ हो रहे अन्याय का मामला उठाकर राधाकृष्ण शर्मा भी बीजेपी से सपा में जा चुके हैं।
अभी तक इन लोगों ने बीजेपी विधायकों ने पार्टी को छोड़ा है। ये हैं - भगवती सागर, स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान, विनय शाक्य, रोशनलाल वर्मा, अवतार सिंह भड़ाना, ब्रजेश प्रजापति, मुकेश वर्मा, राकेश राठौर, जय चौबे, माधुरी वर्मा, राधाकृष्ण शर्मा, बाला प्रसाद अवस्थी, ड. धर्म सिंह सैनी।
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