2020 की शुरुआत से ही राजनीतिक विश्लेषक और पत्रकार यूपी की राजनीति में समाजवादी पार्टी यानी सपा को मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में देख रहे हैं। इसके लिए सपा और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की भूमिका से ज़्यादा दलित और पिछड़ों के मानस में आ रहा बदलाव और योगी सरकार की राजनीतिक संस्कृति की भूमिका मानी जा रही है। 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी सरकार ने उग्र हिन्दुत्ववादी एजेंडा को ही आगे रखा।