ऐसे समय जब देश के तमाम विपक्षी दल मोदी सरकार के एकाधिकारवादी रवैये को लोकतंत्र के लिए ख़तरा मानते हुए कोई रास्ता खोज रहे हैं, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ‘बीजेपी और कांग्रेस को एक’ बताकर हैरान कर दिया है। सवाल उठता है कि यूपी में 2017 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ चुके अखिलेश यादव अपने इस बयान को लेकर वाक़ई गंभीर हैं? या फिर भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस के पक्ष में बन रहा माहौल उनके अंदर असुरक्षा भाव भर रहा है?