169 बिलियन डॉलर के एशियाई बिजनेस टाइकून गौतम अडानी के खिलाफ अब तक सबसे बड़ा खतरा अमेरिका से आया है। मोदी राज में जिस कारोबारी को अजेय समझा जा रहा था, एक पल में यूएस के न्याय विभाग ने आपराधिक अभियोग का आरोपी बना दिया। भारत के विपक्ष ने गौतम अडानी पर लगे आरोपों को मुद्दा बनाने का मौका गवां दिया है। हालांकि भारत में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इसे मुद्दा बनाने की पूरी कोशिश की। लेकिन ब्लूमबर्ग ने अपने विश्लेषण में लिखा है कि गौतम अडानी केस अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए एक अप्रत्याशित गिफ्ट है और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चौतरफा शर्मिंदगी का दाग है।
अडानी के खिलाफ महारिश्वतखोरी का मामला क्या मोदी के लिए बुरी खबर है?
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
यूएस में गौतम अडानी के खिलाफ महारिश्वतखोरी की खबर मोदी राज के लिए अच्छी खबर नहीं है। 2014 में मोदी के सत्ता में आने के बाद से ही अडानी समूह की गतिविधियों का विस्तार हुआ लेकिन जिस तरह से इस समूह पर भारत से लेकर अमेरिका, बांग्लादेश, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया में आरोप लगे हैं या लग रहे हैं, उससे कहीं न कहीं मोदी सरकार की छवि पर असर पड़ रहा है। नेता विपक्ष राहुल गांधी पहले दिन से अडानी समूह के बारे में देश की जनता को सचेत कर रहे हैं। लेकिन भाजपा फौरन अडानी समूह के पक्ष में खड़ी हो जाती है।
