नदियों में लाशें मिल रही हैं, लोग अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर दम तोड़ रहे हैं, सड़कों पर ऑक्सीजन के लंगर लग रहे हैं, लेकिन सरकार को लोगों की नहीं, बस अपनी छवि की फ़िक्र है। दिल्ली में नौ लोग बस इसलिए गिरफ़्तार कर लिए गए क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री के विरुद्ध एक पोस्टर लगाया था। पोस्टर में कहा गया था कि अपने बच्चों के लिए ज़रूरत रहते उन्होंने वैक्सीन विदेशों में क्यों भेज दी।
कोरोना काल में आप न मदद मांगें-न करें, वरना देशद्रोही क़रार दिए जाएंगे
- विचार
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- 15 May, 2021

नदियों में लाशें मिल रही हैं, लोग अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर दम तोड़ रहे हैं, सड़कों पर ऑक्सीजन के लंगर लग रहे हैं, लेकिन सरकार को लोगों की नहीं, बस अपनी छवि की फ़िक्र है।
संभव है, आप इस बात से सहमत न हों कि प्रधानमंत्री ने वैक्सीन विदेशों को निर्यात कर कोई ग़लती की, लेकिन क्या असहमति या विरोध के एक मामूली पोस्टर की वजह से आप लोगों को जेल में डाल देंगे?