हम सबको विवेक अग्निहोत्री का आभार व्यक्त करना चाहिए कि जो सच और घटनाएँ, पूरे देश और दुनियाभर के मीडिया को 1990 के बाद, अब तक पता थीं, उससे सरकार को भी उन्होंने अवगत करा दिया।
क्या लोगों का दिमाग बदलने के लिए बनाई गई ‘द कश्मीर फाइल्स’?
- विचार
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- 23 Mar, 2022

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ नहीं बनी थी तो इतना बड़ा सच छुपा रहा। क्या सच में ऐसा है? क्या इस फिल्म में किसी सवाल का जवाब मिला? या यह फ़िल्म प्रतिशोध के लिए एक प्रोग्रामिंग है?
प्रधानमंत्री जी हैरान हैं कि इतना बड़ा सच उनसे छुपा रहा। 1998 से 2004 तक बीजेपी की अटल सरकार थी और 2014 से अब तक खुद ही सरकार में होते हुये, वे देश की सबसे पुरानी और उलझी हुयी ज्वलंत समस्या के बारे में, सच क्या था और क्या है, वे अब तक नहीं जान पाए थे। विवेक अग्निहोत्री को शुक्रिया कि उन्होंने कम से कम सरकार को तंद्रा से जगा दिया। मैं फ़िल्म की समीक्षा नहीं कर रहा हूँ। क्योंकि यह मेरा न तो कभी कार्यक्षेत्र रहा है, और न ही आज है। फ़िल्म की समीक्षा फ़िल्म समीक्षक और वे पत्रकार मित्र कर ही रहे हैं, जो फिल्मों में रुचि रखते हैं। अतः फ़िल्म के शिल्प, कथ्य, दृश्य संयोजन, अभिनय, आदि पर कुछ नहीं कह रहा हूँ। अभिनय पर बस यह कहना है कि अनुपम खेर, एक समर्थ और प्रतिभाशाली अभिनेता हैं, और मैं 'सारांश' फ़िल्म के समय से ही, उस फिल्म में किये गए उनके अभिनय का प्रशंसक रहा हूँ।