अफ़ग़ानिस्तान में अब शासन प्रशासन पर तालिबान का कब्जा हो गया है। बहुत कम समय में तालिबानियों ने राजधानी काबुल सहित तमाम महत्त्वपूर्ण शहरों पर कब्जा जमा लिया। अमेरिकी सेना और उसके कूटनीतिज्ञ और वहाँ काम कर रहे अन्य अमेरिकी अफ़ग़ानिस्तान से निकल भी नहीं पाए। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफ़ग़ानिस्तान के मसले पर जो बयान दिया, वह उसके नीतिगत बदलाव के संकेत देते हैं। अब यह लगने लगा है कि अमेरिका अन्य देशों में हस्तक्षेप और खुद के दादा होने की स्थिति से पीछे हटकर अपने आंतरिक मामलों व अमेरिकी हितों तक केंद्रित रहने की रणनीति पर जोर देने वाला है।