तीन साल पहले एक फ़ेक वीडियो को लेकर इतना ज़्यादा हंगामा बरपा कि लोगों में एक अजीब तरह का डर बैठ गया और वे मानने लगे कि देशवासियों की सुरक्षा ख़तरे में है। ऐसा कहा गया कि उस फ़ेक वीडियो में जेएनयू (जवाहर लाल यूनिवर्सिटी) के कुछ छात्रों ने देश के टुकड़े-टुकड़े करने के नारे बुलंद किये हैं। देश एकबारगी इस जानकारी से चौंक गया था।

हम ही वे लोग हैं जो एक सरगना के आदेश पर चुप रहने का विकल्प चुनते हैं या ऐसी परंपराओं को पोषित करते हैं, जिससे देश के टुकड़े हो जाएँ।