क्या भारत एक बड़े ख़तरे की तरफ़ बढ़ रहा है? क्या मोदी सरकार की नीतियाँ और सरकार चलाने का तरीक़ा संघीय ढाँचे में तनाव पैदा कर रहा है? क्या केंद्र और राज्यों के बीच दूरियाँ बढ़ती जा रही हैं? क्या ग़ैर बीजेपी शासित राज्यों को लग रहा है कि उनके साथ केंद्र सरकार पक्षपातपूर्ण बर्ताव कर रही है? और क्या ऐसे राज्यों को ये लग रहा है कि मोदी सरकार हिंदुत्व को उनके ऊपर थोपने की कोशिश कर रही है? ये वो सवाल हैं जो आज की ध्रुवीकृत राजनीति में मज़बूती से पूछे जा रहे हैं और ये विवेचना भी होनी चाहिये कि केंद्र और राज्यों के बीच बढ़ते तनावों का असर भविष्य में क्या पड़ सकता है।