‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म देखकर थिएटर से निकलते दर्शक सिर्फ ग़मज़दा नहीं दिखते, उनमें गुस्सा भी नज़र आता है और नफ़रत की भावना भी। यह नफ़रत सिर्फ हिंसा और हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ हो तो मकसद बड़ा हो जाता है।