रोहित वेमुला झूठा था, जालसाज़ था, उसने फ़र्ज़ी जाति-प्रमाण पत्र दिया था और उसे डर था कि उसकी यह जालसाज़ी पकड़ी न जाए। इस डर की वजह से उसने खुदकुशी कर ली। यह हैदराबाद पुलिस की राय है। यह राय उसने अदालत में रोहित वेमुला केस में क्लोज़र रिपोर्ट देते हुए और उसे आत्महत्या के लिए उकसाने के सभी आरोपियों को बरी करते हुए व्यक्त की है। हालाँकि बताया जा रहा है कि ये रिपोर्ट 2018 में ही तैयार कर ली गई थी और अब राज्य के डीजीपी कह रहे हैं कि पुलिस इस मामले में और जांच करेगी।