पूरे राजस्थान से लेकर हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी संख्या में टिड्डी सेना का आक्रमण कोई छोटी घटना नहीं है। भारत समेत एशिया और अफ्रीका के कई देशों के इतिहास में ऐसे बहुत से मौके आए हैं जब टिड्डी सेना यानी ‘डेजर्ट लोकस्ट’ के ऐसे ही आक्रमण की वजह से भीषण अकाल पड़े हैं। टिड्डी दल जब हमला बोलते हैं तो आस-पास कुछ नहीं, बस टिड्डियां ही दिखती हैं।
कोरोना संकट के बीच मुसीबतों को और बढ़ा सकता है टिड्डियों का आक्रमण
- विचार
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- 28 May, 2020
लाॅकडाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पहले से ही बेहाल है और ऐसे में टिड्डियों का आक्रमण कृषि व ग्रामीण क्षेत्र के लिए और बड़ी मुसीबत बन सकता है।

अनुमान है कि ऐसे मौकों पर एक वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में चार से आठ करोड़ तक टिड्डियां हो जाती हैं। इतनी टिड्डियां एक दिन में जितनी वनस्पति चट कर जाती हैं उससे 35,000 लोगों का पेट भरा जा सकता है। इसे दूसरी तरह से देखें तो एक करोड़ टिड्डियां एक दिन में 10 लाख टन तक हरियाली चबा सकती हैं।