“स्वराज चंद लोगों के सत्ता प्राप्त कर लेने से नहीं आयेगा बल्कि उन सभी के प्रतिरोध की क्षमता हासिल करने से आयेगा जिससे कि वे सत्ता का दुरुपयोग होने पर उसका प्रतिरोध कर सकें” - महात्मा गाँधी