पहले लोकसभा चुनाव में मिले झटके से उबरने की कोशिश कर रहे समाजवादी नेता डा.राममनोहर लोहिया 1953 में पार्टी से जुड़े नौजवानों के प्रशिक्षण के लिए प्रतापगढ़ पहुँचे थे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “अगर किसी लड़के को तैराकी सिखानी है तो उसे पानी में छोड़ देना चाहिए। हमेशा हाथ पकड़े रहने से वह कभी तैराकी नहीं सीख पाएगा।” डा.लोहिया की इस सीख पर सवाल खड़ा करते हुए एक नौजवान ने कहा, “पानी का नेचर जानना भी ज़रूरी है। अगर पानी की धारा तेज़ हो तो लड़का बह जाएगा। अगर पानी के अंदर मगरमच्छ हों तो लड़के को खा जाएँगे।”