आज देशभर में शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है। भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि 19वीं सदी में स्त्रियों के अधिकारों, अशिक्षा, छुआछूत, सतीप्रथा, बाल या विधवा विवाह जैसी कुरीतियों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाली देश की पहली महिला शिक्षिका कौन हैं? क्या आपको नहीं लगता कि जिसने रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़कर महिलाओं को पढ़ने व आगे बढ़ने की राह दी, ऐसी देश की प्रथम महिला शिक्षिका के त्याग,समर्पण और निष्ठा को भी शिक्षक दिवस के रूप में मनाना चाहिए था?
क्या सावित्री बाई फुले के योगदान को सच्ची श्रद्धांजलि दे पाए हम?
- विचार
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- 5 Sep, 2019

क्या आपको मालूम है कि 19वीं सदी में स्त्रियों के अधिकारों, अशिक्षा, बाल या विधवा विवाह जैसी कुरीतियों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाली देश की पहली महिला शिक्षिका कौन हैं?