देश ने स्वतंत्रता के बाद सैद्धांतिक रूप से आत्मनिर्भरता, समृद्धि के जो भी बदलाव देखे हैं वह डॉ. भीमराव आम्बेडकर के संविधान को मूलरूप से अपनाने के बाद अनुभव किए हैं।
ज़मीनी संघर्ष करते हुए उन्होंने बहुत कम समय में ही बहुजन समाज की न केवल एक राष्ट्रीय पार्टी खड़ी कर दी बल्कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार भी बना डाली।
महिलाओं की आज़ादी के पैरोकार आम्बेडकर के देश में कभी हैदराबाद तो कभी उन्नाव तो कभी कहीं और महिलओं के बलात्कार व हत्याओं के मामले सामने आ रहे हैं। आम्बेडकर क्या ऐसा भारत बनाना चाहते थे?
क्या आपको मालूम है कि 19वीं सदी में स्त्रियों के अधिकारों, अशिक्षा, बाल या विधवा विवाह जैसी कुरीतियों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाली देश की पहली महिला शिक्षिका कौन हैं?