राजनीति में जो सीधा सपाट दिखता है वो भी कई घुमावदार गलियों से होकर गुज़रता है। सफलता की सीढ़ियाँ नेता की रणनीति, समय के हिसाब से जनता की आकांक्षाओं की समझ और विरोधी के दाँव पेंच को मात देने की क्षमता पर निर्भर होती है।

पत्रकार संतोष भारतीय की नयी किताब "वीपी सिंह, चंद्रशेखर, सोनिया गांधी और मैं,"देश की राजनीति के उस दौर की गवाह है जिस दौर में कांग्रेस पार्टी संसदीय राजनीति के शिखर तक पहुँची और जल्दी ही अपने भीतर की कमज़ोरियों के कारण पतन के रास्ते पर चल पड़ी।
जाने-माने पत्रकार संतोष भारतीय की नयी किताब "वीपी सिंह, चंद्रशेखर, सोनिया गांधी और मैं," भारतीय राजनीति के दाँव पेच के साथ-साथ नेताओं की उन महत्वाकांक्षाओं को सामने लाती है जो उन्हें सत्ता के शिखर तक पहुँचाती है या फिर शिखर से ज़मीन पर पटक देती हैं।
ये किताब देश की राजनीति के उस दौर की गवाह है जिस दौर में कांग्रेस पार्टी संसदीय राजनीति के शिखर तक पहुँची और जल्दी ही अपने भीतर की कमज़ोरियों के कारण पतन के रास्ते पर चल पड़ी।
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक