पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अब हमारे बीच नहीं रहीं। बीती रात अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। सुषमा महज़ 67 साल की उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह गईं। उनके यूँ अचानक दुनिया से चले जाने से पूरा देश स्तब्ध है। पिछले पाँच साल में बतौर विदेश मंत्री ट्विटर पर ही सैकड़ों लोगों की समस्याएँ सुलझा कर सुषमा स्वराज ने न सिर्फ़ देश में, बल्कि दुनिया भर में लोगों के दिलों में ख़ास जगह बनाई। उसी की वजह से आज उनके निधन पर देशभर में मातम छाया हुआ है।
सुषमा की यादें: सिर मुड़ाने की धमकी से 'गीता' की क़सम खाने तक
- विचार
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- 7 Aug, 2019
सुषमा स्वराज अपने बेहद सहज और मिलनसार स्वभाव की वजह से राजनीतिक गलियारों में सबकी चहेती रहींं। सभी पार्टियों में नेताओं से उनके व्यक्तिगत अच्छे संबंध थे। उनकी यादें हमेशा ताज़ा रहेंगी।

सुषमा स्वराज अपने बेहद सहज और मिलनसार स्वभाव की वजह से राजनीतिक गलियारों में सबकी चहेती रहींं। सभी पार्टियों में नेताओं से उनके व्यक्तिगत अच्छे संबंध थे। उनका राजनीतिक जीवन काफ़ी उतार-चढ़ाव वाला रहा। 70 के दशक में समाजवादी आंदोलन से जुड़कर हरियाणा से राजनीति की शुरुआत करने वाली सुषमा स्वराज 90 के दशक में बीजेपी में शामिल हुईंं। वाजपेयी की 13 दिन की सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री बनीं। बाद की सरकारों में स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ-साथ और मंत्रालय भी संभाले। इस बीच 3 महीने के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रहीं।