हिंदी पत्रकारिता में हरिवंश उत्तर से चले थे। अब दक्खिन पहुँच गए हैं। पर इस यात्रा में उन्होंने जो पुण्य कमाया था वह गवाँ तो नहीं दिया? समाजवादी धारा वाले रहे। युवा तुर्क चंद्रशेखर का कामकाज संभाला तो बहुत सी पत्र-पत्रिकाओं को भी संभाला। प्रभात ख़बर जैसे क्षेत्रीय अख़बार को राष्ट्र्रीय फलक पर भी ले आए। उन्हें उनकी पत्रकारिता के लिए याद किया जाता रहा है आगे भी याद किया जाएगा। ख़ासकर प्रभात ख़बर को लेकर उनका बड़ा योगदान तो था ही।