“सूरदास तब बिहंसि जसोदा, लै उर कंठ लगायो”- सूरदास की इस मशहूर काव्यपंक्ति का अर्थ कोई अगर इस तरह करे कि ‘सूरदास ने तब हँसते हुए यशोदा को गले लगा लिया’ तो या तो वह मूर्ख होगा या पक्का बदमाश। ऐसी मूर्खता कोई बच्चा कर सकता है, लेकिन अगर साहित्य का जानकार ऐसा करें तो ये बदनीयती का ही सबूत माना जाएगा।
भय और ईर्ष्या से निर्मित है राहुल को घेरने का चक्रव्यूह!
- विचार
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- 16 Mar, 2023
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन भाषण को लेकर बीजेपी का शोर मचाना बता रहा है कि बीजेपी और मोदी सरकार भविष्य की राजनीति को लेकर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जिस तरह से संसद को बीजेपी ने ठप किया और उसके नेता राहुल गांधी के खिलाफ निम्नस्तरीय बयान दे रहे हैं, वो उनकी मनोदशा को दर्शाने के लिए काफी है। पत्रकार पंकज श्रीवास्तव ने उसी घटनाक्रम पर नजर डाली है।
