राहुल गाँधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमलावर हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि नरेंद्र मोदी राजा की तरह व्यवहार करते हैं। राहुल के इस आरोप से तिलमिलाए मोदी, सवालों के जवाब देने के बजाय अपने डेढ़ घंटे के भाषण में काँग्रेस को ही कोसते रहे।

क्या नरेंद्र मोदी एक लोकतांत्रिक देश के चुने हुए प्रधानमंत्री की तरह व्यवहार करते हैं? दुनिया की नजरों में भी मोदी के शासन को, कमजोर होते लोकतंत्र और असहिष्णु धार्मिक राष्ट्र के रूप में देखा जा रहा है। पिछले दिनों कई रेटिंग एजेंसियों ने लोकतांत्रिक आजादियों के घटने के कारण भारत को पार्शियली फ्री या फ्लाड डेमोक्रेसी में तब्दील होते जाने की ओर संकेत किया है।
गौरतलब है कि जनवरी 2015 में बराक ओबामा से मुलाकात के समय नरेंद्र मोदी के विशेष सूट पर तंज कसते हुए राहुल गाँधी ने मोदी सरकार को 'सूट बूट वाली सरकार' कहा था। नतीजे में मोदी को अपने सूट की नीलामी का नाटक करना पड़ा था। उस समय तो मोदी अपनी छवि बचाने में कामयाब रहे थे। लेकिन आज आर्थिक मोर्चे पर सरकार असफल हो चुकी है। मोदी ब्रांड दरक चुका है। झूठ पर टिका हुआ 'विश्वगुरू भारत' के छद्म का पर्दाफाश हो चुका है।
लेखक सामाजिक-राजनीतिक विश्लेषक हैं और लखनऊ विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में असि. प्रोफ़ेसर हैं।