आज एक हफ़्ता बीत गया, मगर दस लोगों के बीच में मीटिंग करते हुए भी अचानक आंसू आ जाते हैं। अभी – यह मज़मून लिखते वक़्त भी मैं, पार्टी के वॉर रूम में सबसे नज़रें चुरा रहा हूँ।