हिंदुस्तान में संगठित अपराध का सबसे बड़ा सेंटर अगर कोई है तो वे प्राइवेट अस्पताल हैं। सरकारी अस्पताल तो बदइंतजामी और लापरवाही के चरम पर बैठे हैं, उनका रोना रोकर तो देश की जनता बीमार हो गई लेकिन उन्हीं सरकारी अस्पतालों की खस्ताहाली की कब्र इन अस्पतालों में इलाज के नाम पर धांधली और धतकर्म के जितने भी रूप होते हैं, सब होते हैं।
कोरोना काल में भी प्राइवेट अस्पतालों की लूट
- विचार
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- 13 May, 2021

हिंदुस्तान में संगठित अपराध का सबसे बड़ा सेंटर अगर कोई है तो वे प्राइवेट अस्पताल हैं।
आज जब देश कोरोना के कहर से कराह रहा है, इन अस्पतालों ने लोगों को लूटने और चूसने का ठेका ले रखा है। आप कोरोना के मरीज हैं और प्राइवेट अस्पताल में भर्ती होते हैं तो सबसे पहले आपको लाखों रुपये एडवांस देने का बंदोबस्त करना होगा। मरीज चाहे मरने की हालत में हो लेकिन इलाज तब तक नहीं होगा जबतक पैसे काउंटर पर ना पहुंच जाएं।