मंगलवार को सुबह-सवेरे ही टि्वटर पर ख़बर चमकने लगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना से संक्रमित हुए, फिर ख़बर आई भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज तिवारी और बीजेपी छोड़कर हाल में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए फ़िल्मी गायक बाबुल सुप्रियो के संक्रमित होने की। दो दिन पहले केन्द्र सरकार में मंत्री महेन्द्र नाथ पांडे इसी वजह से अस्पताल में भर्ती हुए और उससे पहले डेरेक ओ ब्रायन के बीमार होने की सूचना आई, फिर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर बताया कि उनके घर में भी कोरोना पहुँच गया है और खुद को उन्होंने आइसोलेट कर लिया है।
कोरोना बढ़ रहा है और नेता बेशर्मी से रैली कर रहे हैं!
- विचार
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- 5 Jan, 2022

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी दे रहे हैं, मरीज़ों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। हो सकता है कि नए वैरिएंट का असर ज़्यादा ना हो लेकिन भीड़ और रैलियाँ इसे ख़तरनाक स्तर तक पहुँचा सकती हैं। अस्पतालों और अन्य ज़रूरी व्वस्थाओं की हालत बहुत नहीं सुधरी है, बल्कि उसकी असलियत का पता तो हमें हालात गंभीर होने पर चलेगा।
मैं देश के राजनेताओं का कोई हेल्थ या मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं कर रहा हूँ, लेकिन इसका मक़सद है कि आख़िर हमारे राजनेता चाहते क्या हैं। अक्सर कहा जाता है कि राजनेताओं को ऐसा व्यवहार प्रदर्शित करना चाहिए ताकि जनता उसको फॉलो करे और सही रास्ते पर चलने की कोशिश करे। महात्मा गांधी हमेशा ही ऐसा करते थे।