राजनीति पर लिखने का रत्ती भर मन नहीं है, क्योंकि इस समय राजनीति में जिसे देखो वो गाल बजाने पर आमादा है। अखिलेश यादव हों या उद्धव ठाकरे, या पंत प्रधान माननीय नरेंद्र मोदी। इसके मुंह में जो आ रहा है, सो बोले जा रहा है। जनता की कोई नहीं सुन रहा। ऐसे में अगर हम और आप भी मौन सिंह बने रहे तो देश का बंटाधार तय है। देश को बचाना है तो सभी को इन गाल बजाने वालों के बारे में बोलना ही होगा। गाल बजाना लोकतंत्र में जनता का सबसे बड़ा अपमान है।