पहले के मुकाबले इस बार वैज्ञानिक ज्यादा तेजी से सक्रिय हुए हैं। चंद दिनों के भीतर ही कोरोना वायरस की नई किस्म ओमिक्रॉन के जीनोम को खंगाल लिया गया है और इससे मिली जानकारी को पूरी दुनिया के साथ शेयर भी कर लिया गया है। मुमकिन है कि आने वाले दिनों में इसका फायदा भी दिखाई दे, लेकिन इस सवाल का जवाब विशेषज्ञ अभी भी नहीं दे पा रहे हैं कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में जो हुआ इस बार भी उसका एक्शन रिप्ले होगा या नहीं।