प्रसिद्ध मनोचिकित्सक कालरा और भूगरा का कहना है कि “यौन हिंसा उन संस्कृतियों में अधिक आम है जो पुरुषों की श्रेष्ठता और महिलाओं की सामाजिक और सांस्कृतिक हीनता की धारणा को बढ़ावा देती हैं”। भुवनेश्वर, ओडिशा में स्थित भरतपुर पुलिस थाने में घटी घटना इसकी पुष्टि करती है। पिछले रविवार, 15 सितंबर, को एक महिला वकील, रेस्टोरेंट की मालिक और इंडियन आर्मी के कैप्टन की मंगेतर के साथ थाने में जो घटित हुआ वो विचलित करने वाला है। हर क्षेत्र में महिलाओं की तमाम सफलताओं के बावजूद पुरुषों में व्याप्त श्रेष्ठता की भावना और महिलाओं को हीन समझने का दृष्टिकोण व्यापक आपदा का रूप धारण कर चुका है।