विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन द्वारा पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के बाद हुए मतदान में सरकार चाहे ध्वनि मत के आधार पर विजयी घोषित कर दी गई हो, लेकिन दो घंटे बारह मिनिट तक धुआंधार भाषण देते रहने के बाद नरेंद्र मोदी थके हुए दिखाई पड़ने लगे थे। वॉक आउट के बाद सदन में विपक्ष की अनुपस्थिति का प्रभाव उनके चेहरे पर साफ दिखने लगा था। वे बार-बार विपक्ष की ख़ाली बेंचों की तरफ़ देख रहे थे।
अब लाल क़िले से क्या बोलने वाले हैं पीएम ?
- विचार
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- 29 Mar, 2025
अविश्वास प्रस्ताव पर हुई बहस के उत्तर में पीएम की विचलित दिखाई पड़ती मुद्रा और उनकी बिखरी-बिखरी शाब्दिक प्रस्तुति को देख बताया जा सकता है कि वे ‘तीसरी बार भी मोदी सरकार’ को लेकर जनता की ओर से आश्वस्त होना चाह रहे थे।
