लोकसभा में महंगाई पर बहस का जवाब देने आईं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष पर पहला ही तीर दागा यह कहकर कि विपक्ष की तरफ़ से उठाई गई बातों में महंगाई के आँकड़ों के साथ चिंता के बजाय उसके राजनीतिक पक्ष की चर्चा ज़्यादा थी। और ‘इसीलिए मेरा जवाब भी पॉलिटिकली मैं देने की कोशिश कर रही हूँ… राजनीतिक भाषण सुनना ही पड़ेगा।’

महंगाई क्यों बढ़ी, जीएसटी की दर क्यों बढ़ाई, विकास दर कम क्यों है? अर्थव्यवस्था से जुड़े ऐसे सवालों पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण राजनीतिक भाषण क्यों देने लगीं? जानिए, क्या है वजह।
विपक्ष को जो सुनना पड़ा वो तो बाद में। लेकिन उत्तर प्रदेश में कन्नौज के एक स्कूल में पहली क्लास में पढ़नेवाली बच्ची ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो पत्र लिखा है उसमें सिर्फ एक आँकड़ा और दो चिंताएँ थीं। छह साल की कृति दुबे ने बताया कि दुकानदार ने उसे मैगी का छोटा पैकेट नहीं दिया क्योंकि उसके पास सिर्फ़ पांच रुपए थे और यह पैकेट अब सात रुपए का हो गया है। उसने यह भी लिखा कि आपने पेंसिल और रबर भी महंगे कर दिए हैं। मेरी मां पेंसिल मांगने पर मारती है, मैं क्या करूँ। दूसरे बच्चे मेरी पेंसिल चोरी कर लेते हैं।