पानीपत के नीरज चोपड़ा की दुनिया भर में इसलिए चर्चा हो रही है कि उन्होंने कैसे अपने जीवट और उम्दा ट्रेनिंग से टोक्यो ओलम्पिक 2020 में 87.58 मीटर तक भाला फेंक कर गोल्ड मेडल हासिल किया। वहीं दूसरी ओर भारत में उनकी इस उपलब्धि पर एक कविता की ये पंक्तियाँ साझा की जा रही हैं -

नीरज चोपड़ा को टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल क्या किसी के वंशज होने की वजह से मिला? क्या दुनिया भर में उनकी चर्चा इसी वजह से हो रही है?
तू भी है राणा का वंशजफेंक जहां तक भाला जाए।
ऐसा लग रहा कि नीरज ने भाला फेंकने में यह बेमिसाल सफलता किसी का वंशज होने की वजह से पायी है।