लालू प्रसाद के राजनैतिक सुख-दुख के पुराने साथी जगदानंद सिंह उर्फ जगदा बाबू ग़ुस्से में बताये जा रहे हैं। वजह भी लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप हैं जो उन्हें अपने ताज़ा बयान में हिटलर बता चुके हैं। इसके बाद से जगदा बाबू एक तरह से कोप भवन में हैं। दफ्तर नहीं आ रहे। आरजेडी के किसी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले रहे हैं।

आरजेडी नेता जगदानंद सिंह को लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप अपने ताज़ा बयान में हिटलर बता चुके हैं। इसके बाद से जगदा बाबू एक दफ्तर नहीं आ रहे हैं। कहीं वह भी रघुवंश प्रसाद सिंह की तरह क़दम तो नहीं उठाएँगे?
लेकिन यह उनकी असल मजबूरी नहीं है। असली मजबूरी यह है कि वह अपने ग़ुस्से का इज़हार नहीं कर सकते या नहीं कर पा रहे। कुछ बोलते हैं तो तेज प्रताप कोई और आपत्तिजनक बयान दे सकते हैं। दूसरी तरफ़ बीजेपी-जेडीयू को यह कहने का मौक़ा मिलेगा कि आरजेडी में आंतरिक कलह गहरा है। इससे पहले भी जदयू और बीजेपी के प्रवक्ता कहते आए हैं कि आरजेडी में जगदा बाबू जैसी बड़ी शख्सियत की कोई अहमियत नहीं है और उन्हें बेइज्जत किया जाता रहा है।